बदलना आता नहीं हम को मौसमों की तरह, हर एक रूप में तेरा इंतज़ार करते हैं! न तुम समेट सकोगी जिसे कयामत तक, कसम तुम्हारी तुम्हें इतना प्यार करते हैं! Anirudh Thakur
बनके आंसूं आँख से हम बह सकते नहीं! दिल में उनके है जगह, पर हम ही रह सकते नहीं! दुनिया भरके हमसे शिकवे, लाख हमसे हैं गिले! अपने दिल की बात हाये हम ही कह सकते नहीं!
कितना बेबस है इंसान, किस्मत के आगे!
ReplyDeleteहर सपना टूट जाता है हकीकत के आगे!
जिसने कभी हाथ न फेलाया हो,
वो भी हाथ फेलता है `गोलगप्पे वाले` के आगे!
ख़ुशी से दिल को आबाद करना,
और गम को दिल से आजाद करना,
हमारी बस इतनी गुजारिश है कि हमे भी,
दिन में एक बार याद करना!
बदलना आता नहीं हम को मौसमों की तरह,
ReplyDeleteहर एक रूप में तेरा इंतज़ार करते हैं!
न तुम समेट सकोगी जिसे कयामत तक,
कसम तुम्हारी तुम्हें इतना प्यार करते हैं!
Anirudh Thakur
बनके आंसूं आँख से हम बह सकते नहीं!
ReplyDeleteदिल में उनके है जगह, पर हम ही रह सकते नहीं!
दुनिया भरके हमसे शिकवे, लाख हमसे हैं गिले!
अपने दिल की बात हाये हम ही कह सकते नहीं!
निकल जाते हैं तब आंसू जब उनकी याद आती है!
ReplyDeleteजमाना मुस्कुराता है मुहब्बत रूठ जाती है!
Anirudh Thakur